दिल्ली-एनसीआर सर्वे: 71% लोग आवारा कुत्तों को सड़कों से हटाने के समर्थन में
Byline: Shubh Times Editorial | 18 अगस्त 2025
नई दिल्ली। हाल ही में किए गए एक सर्वे ने दिल्ली-एनसीआर की सड़कों पर आवारा कुत्तों को लेकर जनता की राय को उजागर किया है। इस सर्वे में शामिल 12,816 नागरिकों में से 71% लोगों ने कहा कि वे कुत्तों को सड़कों से हटाने के पक्ष में हैं।
सर्वे में क्या सामने आया?
- 71% लोग चाहते हैं कि कुत्तों को सड़कों से हटाकर शेल्टर में रखा जाए।
- 24% ने इसका विरोध किया और कहा कि यह अमानवीय है।
- 5% ने कोई स्पष्ट राय नहीं दी।
सुप्रीम कोर्ट का आदेश
इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली सरकार और स्थानीय निकायों को आदेश दिया था कि अगले दो महीनों में 5,000 कुत्तों के लिए शेल्टर तैयार करें, जहां उनकी नसबंदी और टीकाकरण हो सके। साथ ही डॉग-बाइट के मामलों के लिए हेल्पलाइन शुरू करने का निर्देश भी दिया गया।
जनता की चिंता
दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद में कई परिवारों ने हाल के दिनों में बच्चों पर कुत्तों के हमलों को लेकर चिंता जताई है। सोशल मीडिया पर एक यूजर ने लिखा: “अगर नेता और सरकार सुरक्षित नहीं कर पा रही, तो हम आम लोग कहां जाएं?”
पशु अधिकार कार्यकर्ताओं का तर्क
पशु प्रेमियों का कहना है कि इतनी बड़ी संख्या में कुत्तों को शेल्टर में रखना व्यावहारिक रूप से असंभव है। उनका तर्क है कि नसबंदी और वैक्सीनेशन ही इसका समाधान है, न कि कुत्तों को पूरी तरह सड़कों से हटाना।
विशेषज्ञों की राय
सुरक्षा और पशु कल्याण विशेषज्ञ मानते हैं कि समस्या का समाधान संतुलित दृष्टिकोण में है। एक वेटरनरी डॉक्टर के अनुसार, “अगर सरकार Geo-tagging collars और vaccination tracking सिस्टम लाए, तो जनता और कुत्ते दोनों सुरक्षित रहेंगे।”
निष्कर्ष
यह सर्वे दिखाता है कि जनता अब child safety और urban safety को प्राथमिकता देना चाहती है। लेकिन साथ ही सरकार को पशु अधिकारों का भी ध्यान रखना होगा।
— यह लेख सर्वे रिपोर्ट्स, सोशल मीडिया प्रतिक्रियाओं और लेखक की राय पर आधारित है।