दिल्ली-एनसीआर में Airtel सेवा बाधित: कॉल और इंटरनेट ठप, ग्राहकों की नाराज़गी
Byline: Shubh Times Tech Desk | 19 अगस्त 2025
नई दिल्ली। सोमवार दोपहर भारती एयरटेल की सेवाएं अचानक बाधित हो गईं, जिससे दिल्ली और एनसीआर के हजारों उपभोक्ता प्रभावित हुए। कई घंटों तक कॉल और इंटरनेट कनेक्शन ठप रहे।
आउटेज कब और कैसे हुआ?
स्थानीय रिपोर्ट्स के अनुसार, समस्या शाम 3:30 बजे शुरू हुई। Downdetector जैसे प्लेटफॉर्म्स पर शिकायतें तेजी से बढ़ीं। लगभग 71% ग्राहकों ने कॉल की समस्या, 15% ने इंटरनेट बंद और 14% ने पूरी तरह नेटवर्क गायब होने की शिकायत की।
लोगों पर असर
कारोबार और पढ़ाई दोनों प्रभावित हुए। सोशल मीडिया पर लोग लगातार अपनी नाराज़गी जाहिर करते रहे। एक यूजर ने ट्वीट किया: “महत्वपूर्ण मीटिंग मिस कर दी क्योंकि Airtel डाउन था।”
“Airtel down again! No calls, no internet. How long will this take to fix?” – Twitter user
“Can’t make important work calls because Airtel is down in NCR. Very disappointing.” – Reddit comment
कंपनी की प्रतिक्रिया
शाम 7 बजे तक स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हुई, लेकिन कंपनी की तरफ से आधिकारिक स्पष्टीकरण नहीं दिया गया। इससे लोगों की नाराज़गी और बढ़ी।
विशेषज्ञों की राय
टेलीकॉम विश्लेषकों का मानना है कि बार-बार होने वाले आउटेज से उपभोक्ताओं का भरोसा कम होता है। उनका कहना है कि network redundancy और backup systems को मजबूत करना जरूरी है।
Airtel outage केवल तकनीकी समस्या नहीं, बल्कि यह कस्टमर ट्रस्ट की परीक्षा भी है। टेलीकॉम कंपनियों को भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए ठोस कदम उठाने होंगे।
कुछ लोगों के लिए सेवाएं शाम तक बहाल हो गईं, लेकिन कई उपयोगकर्ताओं को रात तक intermittent issues का सामना करना पड़ा।
Telecom Market पर असर
भारत जैसे highly competitive telecom market में service reliability सबसे महत्वपूर्ण है। बार-बार आने वाले outage से कंपनी की brand image और customer trust पर नकारात्मक असर पड़ सकता है।
विशेषज्ञों का मानना है कि 5G और अन्य तकनीकों को अपनाने की दौड़ में कंपनियों को infrastructure robustness और swift problem resolution पर अधिक ध्यान देना होगा।
ग्राहकों की उम्मीदें और आगे का रास्ता
ग्राहकों का कहना है कि Airtel को न सिर्फ network stability पर काम करना चाहिए बल्कि transparency और communication में भी सुधार लाना होगा। Outage के दौरान समय-समय पर अपडेट न मिलना उपयोगकर्ताओं की नाराज़गी का बड़ा कारण रहा।
Telecom analysts मानते हैं कि Airtel जैसे बड़े खिलाड़ी को भविष्य में network redundancy systems और real-time status updates पर ध्यान देना चाहिए ताकि इस तरह की दिक्कतें बार-बार न हों।
दिल्ली-एनसीआर में हुआ यह Airtel outage केवल एक technical glitch नहीं बल्कि यह telecom sector के लिए एक warning signal है। उपभोक्ताओं की बढ़ती अपेक्षाओं को देखते हुए, कंपनियों को अधिक stable, transparent और customer-friendly बनना होगा।
फिलहाल ग्राहक उम्मीद कर रहे हैं कि यह केवल एक isolated incident था और कंपनी भविष्य में बेहतर कदम उठाएगी ताकि उनकी सेवाओं में कोई बाधा न आए।

