उपराष्ट्रपति चुनाव 2025: सीपी राधाकृष्णन का चयन और बीजेपी की नई रणनीति
Byline: Shubh Times Political Desk | 21 अगस्त 2025
नई दिल्ली। उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को अपना उम्मीदवार बनाया है। यह फैसला कई राजनीतिक संकेत देता है और इसे बीजेपी की नई रणनीति के रूप में देखा जा रहा है।
कौन हैं सीपी राधाकृष्णन?
राधाकृष्णन का राजनीतिक सफर चार दशकों से अधिक का है। वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जुड़े रहे और जनसंघ से लेकर बीजेपी तक संगठन में विभिन्न भूमिकाएं निभा चुके हैं। वे दो बार लोकसभा सांसद भी रह चुके हैं और उनकी छवि एक साफ-सुथरे और सुलझे नेता की रही है।
पिछली रणनीति से अलग
2022 में उपराष्ट्रपति पद के लिए बीजेपी ने जगदीप धनखड़ को चुना था, जिनकी पृष्ठभूमि कांग्रेस और समाजवादी राजनीति से रही। उस समय यह फैसला जाट समुदाय को साधने के लिए लिया गया माना गया। इस बार, राधाकृष्णन को चुनकर पार्टी ने यह साफ कर दिया है कि अब वह वैचारिक रूप से जुड़े नेताओं को प्राथमिकता देगी।
राजनीतिक विश्लेषण
विशेषज्ञों का मानना है कि यह चयन दक्षिण भारत की राजनीति पर भी असर डालेगा। बीजेपी लंबे समय से तमिलनाडु और केरल में मजबूत पकड़ बनाने की कोशिश कर रही है। राधाकृष्णन का नाम इस दिशा में पार्टी की गंभीरता को दर्शाता है।
विपक्ष की प्रतिक्रिया
विपक्ष ने इसे बीजेपी का “safe bet” करार दिया। उनका कहना है कि इस चयन से संसद में टकराव की संभावना कम होगी। वहीं, कुछ विपक्षी नेताओं ने कहा कि यह केवल RSS की पकड़ को और मजबूत करने का प्रयास है।
जनता और सोशल मीडिया राय
सोशल मीडिया पर चर्चा है कि राधाकृष्णन जैसे अनुभवी नेता से उपराष्ट्रपति पद को एक स्थिर और सम्मानजनक छवि मिलेगी।
निष्कर्ष
बीजेपी का यह फैसला केवल एक संवैधानिक नियुक्ति नहीं, बल्कि राजनीतिक संदेश भी है। यह साफ है कि पार्टी अब वैचारिक रूप से निकट नेताओं को प्राथमिकता देकर अपनी रणनीति को और मजबूत करना चाहती है।
— यह लेख राजनीतिक रिपोर्ट्स और लेखक की राय पर आधारित है।